पपीता की खेती से जुड़े मुद्दे
तना या पाद विगलन

विशेषज्ञ मार्गदर्शन के लिए अभी संपर्क करें

प्रमुख बिंदु

पपीते के इस रोग के सर्वप्रथम लक्षण भूमि सतह के पास के पौधे के तने पर जलीय दाग या चकते के रूप में प्रकट होते हैं। अनुकूल मौसम में ये जलीय दाग (चकते) आकार में बढ़कर तने के चारों ओर मेखला सी बना देते हैं। रोगी पौधे के ऊपर की पत्तियाँ मुरझा जाती हैं तथा उनका रंग पीला पड़ जाता है और ऐसी पत्तियाँ समय से पूर्व ही मर कर गिर जाती हैं। रोगी पौधों में फल नहीं लगते हैं यदि भाग्यवश फल बन भी गये तो पकने से पहले ही गिर जाते हैं। तने का रोगी स्थान कमजोर पड़ जाने के कारण पूरा पेड़ आधार से ही टूटकर गिर जाता है और ऐसे पौधों की अंत में मृत्यु हो जाती है।

इस समस्या का समाधान
1 Kgs
पावर बुटंग ( फंगीसाइड)
₹1099 ₹1299

नि:शुल्क डिलिवरी

कोई डिलिवरी शुल्क नहीं (नियम और शर्तें लागू)

ब्रांडेड उत्पाद

सर्वोत्तम गुणवत्तापूर्ण उत्पाद और प्रतिष्ठित ब्रांड की भागीदारी

100% ओरिजनल

ओरिजनल उत्पादों के साथ पक्का बिल